गंगा आरती हरिद्वार-एक आध्यात्मिक सुंदरता
हर हर गंगे!
हरिद्वार जो की उत्तराखंड राज्य में स्थित है भारत में हिन्दुओं के प्रमुख धार्मिक स्थानो में से एक है क्यूंकि इस थान पर अमृत की कुछ बुँदे गंगा नदी में गिरी और इसी कारण से प्रत्येक १२ वर्ष में यहाँ कुम्भ मेले का आयोजन होता है । हरिद्वार से ही चार धाम यात्रा शुरू होती है जिनको हम सब बद्रीनाथ केदारनाथ गंगोत्री एवं यमनोत्री के नाम से जानते है ।
हरिद्वार को हम तीन देवताओं ब्रह्मा विष्णु और महेश के भूमि के नाम से भी जानते है इसीलिए हरिद्वार का अर्थ हरी का द्वार यानि भगवन का द्वार है।
हरिद्वार गंगा नदी के किनारे स्थित है और यहाँ विश्व भर से श्रद्धालु हरिद्वार की भव्य गंगा आरती जो हर की पौड़ी घाट पे होती है और इस नदी में डुबकी लगाके अपने पाप धोके मोक्ष प्राप्ति के लिए आते है ।
क्या आप हर की पौड़ी का मतलब पता है? इसका मतलब है भगवान् शिव की ओर कदम ।
शाम को घाट का नज़ारा ।
शाम के समय जब सूर्य ढलता है हज़ारों की संख्या में घाट के दोनों तरफ इस अध्भुत नज़ारे को देखने और गंगा आरती में शामिल होने के लिए आते है । गंगा आरती नदी की ओर वहां के पंडित द्वारा करी जाती है जो की गंगा सभा से चयनित होकर आते है । सभी पंडितों के हाथ में बड़े बड़े आग के दीपक होते है जिसे संस्कृत मंत्रो के उच्चारण से आरती शुरू करते है । इसके बाद सभी भक्त फूलों के साथ दीपक जला के नदी में अर्पण करते है । गंगा आरती के दौरान प्रार्थना ध्वनि और दिए के प्रकाश का अध्भुत मेल जॉल देखने को मिलता है
गंगा आरती का अर्थ :- इसका मतलब नदी के लिए प्रार्थना करना होता है क्यूंकि भारत में गंगा को नदी का नहीं बल्कि माँ का दर्जा दिया गया है क्यूंकि यह हमे जल के रूप में जीवन प्रदान करती है।
आइये पढ़ते है गंगा नदी का इतिहास :-
हम लोग हरिद्वार जाकर गंगा नदी में स्नान तो करते है परन्तु उसके पीछे का इतिहास जानने की कोशिश नहीं करते । ऐसा कहा जाता है की भारत रत्न पंडित मदन मोहन मालवीय ने सन १९१० में हर की पौड़ी घाट पर गंगा आरती की शुरुवात की थी ।
गंगा आरती का समय :-
सुबह की आरती :- ५:३० बजे से ६:३० बजे
शाम की आरती :- ६ से ७ बजे तक ( गर्मियों में आरती शाम के ७ बजे से या ६:५० से शुरू होती है )
कैसे पहुंचे :-
नज़दीकी हवाई अड्डा :-देहरादून से ४१किलोमेटेर दिल्ली से २२० किलोमीटर और चंडीगढ़ से १५५किलोमेटेर दूर है ।
नज़दीकी रेल मार्ग :- हरिद्वार रेलवे स्टेशन भारत के सभी प्रमुख शहरों से जुड़ा हुआ है ।
नज़दीकी शहर :- देहरादून से ३५ किलोमीटर ।
अगर आप अभी तक गंगा आरती में शामिल होने का अवसर नहीं मिला है तो ज़रूर समय निकल कर हरिद्वार में इस दिव्य आरती का आनंद लेने ज़रूर जाएँ ।
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