भोजेश्वर शिव मंदिर- दुनिया का सबसे बड़ा शिवलिंग ।
हर हर महादेव !!
भोजपुर एक छोटा सा गांव है जो की मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से २८ किलोमीटर की दुरी पर स्थित है । भोजपुर की पहाड़ी पर एक विशाल एवं अधूरा शिव मंदिर है जो कि भोजपुर शिव मंदिर या भोजेश्वर मंदिर के नाम से प्रसिद्ध है तथा इस शिव मंदिर को पूर्व के सोमनाथ का शीर्षक भी प्राप्त हुआ है ।
भोजपुर शिव मंदिर भारतीय पुरातत्त्व सर्वेक्षण के अंदर आता है और इसका कारण यह है इस मंदिर का शिवलिंग विश्व का सबसे बड़ा शिवलिंग है और यह शिवलिंग एक ही पत्थर से बना है । सम्पूर्ण शिवलिंग की लम्बाई ५.५ मीटर ( १८ फ़ीट ), व्यास २.३ मीटर (७.५ फ़ीट ) तथा लिंग की लम्बाई ३.८५ मीटर ( १२ फ़ीट) है ।

भोजपुर शिव मंदिर का इतिहास :-
इस मंदिर का निर्माण परमार वंश के प्रशिद्ध राजा – राजा भोज( १०१० ई- १०५३ ई ) द्वारा किया गया था, तथा इस मंदिर नाम उनके नाम पर रखा गया – भोजपुर शिव मंदिर । भोजेश्वर शिव मंदिर की एक और विशेषता है उसका अधूरा निर्माण – ऐसा कहा जाता है की यहाँ मंदिर एक ही रात में निर्मित होना था परन्तु छत का पूरा काम होने के पहले ही सुबह होगयी और यह काम अधूरा रह गया और इसीलिए इसका निर्माण आज तक अधूरा रखा गया है ।

भोजेश्वर मंदिर कि छत का आकर गुम्बद से मिलता जुलता है वैसे इस मंदिर का निर्माण भारत में इस्लाम के आगमन के पहले हुआ था अत: इस मंदिर कि अधूरी गुम्बदाकार छत गुम्बद निर्माण के प्रचलन को प्रमाणित करती है जो अपने भारत से हुई है। एवं इस मंदिर का दरवाज़ा भी हिन्दू इमारतों के दरवाज़ों में सबसे बड़ा है । इस मंदिर में ४० फ़ीट लम्बे चार स्तम्भ है तथा गर्भगृह कि अधूरी छत इन्ही चार स्तंभों पर टिकी है ।

यह प्रसिद्ध स्थल पर वार्षिक मेले का आयोजन किया जाता है जो कि वर्ष में दो बार जो कि मकर संक्रांति एवं महाशिवरात्रि पर्व पर होता है। इस धार्मिक स्थल पर लोग बहुत दूर दूर से दर्शन के लिए आते है महाशिवरात्रि पर यहाँ तीन दिनों का भोजपुर महोत्सव का भी आयोजन किया जाता है ।
कैसे पहुंचे :
स्वीकृति